रक्त क्या है रक्त के कार्य लिखिए (Function of Blood in Hindi)

दोस्तों आज के इस ब्लॉक पोस्ट में हम जानेंगे कि रक्त क्या है और Blood cells कितने प्रकार के होते हैं तथा रक्त  के कार्य कौन-कौन से हैं।

रक्त क्या है और  इसकी परिभाषा

रक्त एक संयोजी उत्तक है जो की शरीर को आपस में जोड़कर  रखता है तथा यह एक प्रकार का प्राकृतिक कोलाइड होता है जो की लाल रंग का  गाढ़ा और चिपचिपा तरल पदार्थ होता है जो की रक्त वाहिकाओं में प्रवाहित होता रहता है और यह रक्त जीवित कोशिकाओं यानी रक्त कणिकाओं से मिलकर बना होता है

रक्त का PH मान 7.4 होता है तो हम यह कह सकते हैं कि रक्त क्षारीय प्रकृति का होता है तथा एक सामान्य पुरुष के शरीर में लगभग 5.5 लीटर रक्त होता है और एक सामान्य महिला के शरीर में लगभग 5 लीटर रक्त होता है अतः महिलाओं में पुरुषों की तुलना में लगभग आधा लीटर रक्त काम होता है।

शरीर में खून कहां बनता है

वयस्क व्यक्ति के शरीर में खून अस्थि मज्जा(bone marrow) में बनता है लेकिन गर्भाशय में रहने वाले भ्रूण के शरीर में सबसे पहले यॉल्क सैक (Yolk Sac) में रक्त का निर्माण होता है उसके बाद भ्रूण में लीवर(Liver) द्वारा रक्त का निर्माण किया जाता है और जब भ्रूण पूर्ण रूप से विकसित हो जाता है और उसमें पूर्ण रूप से अस्थि मज्जा का निर्माण होने पर फिर अस्थि मज्जा द्वारा मुख्य रूप से रक्त का निर्माण किया जाता है|

मानव शरीर में रक्त प्लीहा या तिल्ली (Spleen) में जमा होता है इसे blood bank भी कहते हैं यह रक्त को स्टोर करने का कार्य करता है। और एक सामान्य मनुष्य के रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर 180 से 200 ग्राम प्रति डेसी लीटर (gm / dL) होना चाहिए । कोलेस्ट्रॉल वसा का तरल रूप होता है जो की रक्त के साथ मिल जाता है और इसकी रक्त में अधिक मात्रा होने पर हृदय संबंधित बीमारियों का सामना करना पड़ता है जिसमें मुख्य रूप से heart attack है।

रक्त किस से मिलकर बना है ?

1. प्लाज्मा (plasma) 

2.रूधिराणु या रक्त कणिकाओं (Corpuscle)

मनुष्य का रक्त लगभग 60% प्लाज्मा और 40% रक्त कणिकाओं से मिलकर बना होता है और यह रक्त कणिकाएं अलग-अलग प्रकार की होती है इनके बारे में हम विस्तार में जानेंगे

रक्त प्लाज्मा किसे कहते हैं (plasma in hindi)

यह रक्त का तरल भाग होता है जो की रक्त का एक महत्वपूर्ण भाग है इसमें लगभग 90% जल होता है और लगभग 10% भाग में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट होते हैं और प्लाज्मा में मुख्य रूप से दो प्रकार के प्रोटीन पाए जाते हैं जोकी फ़ाइब्रिनोजेन और प्रोथ्रोम्बिन है इन दोनों प्रोटीनों की सहायता से रक्त कोथक्का  का बनाने या जमाने में मदद मिलती है।

जब रक्त प्लाज्मा में से फ़ाइब्रिनोजेन वाले प्रोटीन को जब निकाल दिया जाता है तो शेष बचे हुए प्लाज्मा को सेरम (Serum ) कहते हैं

रक्त कणिकाएं कितने प्रकार की होती हैं (types of blood cells)

1. लाल रक्त कणिका (Red Blood Cells)

लाल रक्त कणिका (Red Blood Cells)

रक्त में लाल रक्त कणिकाओं की सबसे ज्यादा मात्रा होती है और RBC (Red Blood Cells) की संख्या लगभग 50 लाख होती है और RBC का जीवनकाल 120 दिन होता है तथा लाल रक्त कणिकाओं में कोई भी केंद्रक नहीं होता है और इसमें लाइसोसोम भी नहीं पाया जाता है तथा इसका आकार गोल में छपता होता है और इसका मुख्य कार्य ऑक्सीजन  तथा कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन करना होता है

जब लाल रक्त कणिकाएं खराब हो जाती है तो उनको प्लीहा(spleen) द्वारा नष्ट कर दिया जाता है इसीलिए  प्लीहा(spleen) को लाल रक्त कणिकाओं की कब्र या grave yard कहते हैं।

हीमोग्लोबिन क्या होता है (hemoglobin in hindi)

लाल रक्त कणिकाओं में हीमोग्लोबिन पाया जाता है जिसके कारण रक्त (blood) का रंग लाल हो जाता है और हीमोग्लोबिन में आयरन होता है

हीमोग्लोबिन की मात्रा एक आदमी में 14 gm / dL होती है और एक सामान्य महिला में हीमोग्लोबिन की मात्रा 13 gm/dL होती है तथा हीमोग्लोबिन की कमी के कारण एनीमिया नामक बीमारी हो जाती है।

2. सफेद रक्त कणिका (White Blood Cells)

रक्त में सफेद रक्त कणिकाओं की संख्या लगभग 10000 होती है और इन सफेद रक्त कणिकाओं का जीवनकाल 4 दिन का होता है इसमें हीमोग्लोबिन नहीं होता है बल्कि केंद्रक उपस्थित होता है और हीमोग्लोबिन नहीं होने के कारण यह सफेद रंग का दिखाई देता है सफेद रक्त कणिकाओं का आकार नियमित होता है तथा सफेद रक्त कणिकाओं को ल्यूकोसाइट भी कहते हैं 

White blood cells का मुख्य कार्य हमारे शरीर को संक्रमण या बीमारियों से बचने का होता है और यह हमारे शरीर होने वाले रोगों से हमारी रक्षा करता है यह मुख्य रूप से  6  प्रकार के होते हैं

सफेद रक्त कणिकाओं के प्रकार (white blood cells types)
1. Antibody 

इसका मुख्य कार्य यह है कि जब भी शरीर के अंदर कोई भी हानिकारक जीवाणु या कोई सूक्ष्म वायरस जिससे हमारे शरीर को हानि होती है वह जब शरीर में प्रवेश करता है तब यह एंटीबॉडी उसे पहचानने का कार्य करता है और इसकी जानकारी lymphocyte को देता है।

2. Lymphocyte 

लिम्फोसाइट का आकार T अक्षर के समान होता है जब एंटीबॉडी किसी हानिकारक जीवाणु या सूक्ष्म वायरस की सूचना लिम्फोसाइट को देता है तो लिम्फोसाइट उसे जीवाणु या  सूक्ष्म वायरस को मार डालता है जब वह जीवाणु या सूक्ष्म वायरस मर जाता है तो एंटीबॉडी इसकी सूचना मोनोसाइट को देता है।

3. Monocyte 

यह मोनोसाइट मरे हुए जीवाणुओं और सूक्ष्म वायरस को खाकर खत्म कर देता है जिसके कारण इसका आकार बड़ा हो जाता है इसीलिए white blood cells में यह सबसे बड़ा होता है

4. Neutrophil 
5. Basophil 
6. Eosinophil

इन तीनों का मुख्य रूप से कोई महत्वपूर्ण कार्य नहीं होता है।

3. बिम्बाणु (Platelets)

बिम्बाणु को थ्रम्बोसाइट भी कहते हैं तथा इसकी संख्या लगभग 200000(2 लाख) होती है तथा इसका जीवन काल 7 दिन का होता है तथा बिम्बाणु का आकार उत्तल लेंस के समान होता है और इसमे कोई भी केंद्रक नहीं पाया जाता है 

बिम्बाणु का कार्य हमारे शरीर को शक्ति प्रदान करना होता है जब भी शरीर में Platelets की कमी होती है तो शरीर में थकावट बहुत आती है और शरीर में ऊर्जा नहीं रहती है। जब भी किसी को डेंगू हो जाता है तो उसके शरीर में Platelets की मात्रा कम हो जाती है जिसके कारण रोगी को शरीर हमेशा थका हुआ और कमजोरी सा महसूस होता है।

रक्त के क्या कार्य है(function of blood in hindi)

  • रक्त संचरण के कारण हमारे शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है 
  • रक्त पोषक पदार्थो को शरीर के सभी अंगों तक पहुंचाने का कार्य करता है
  • रक्त शरीर में सभी अंगों तक ऑक्सीजन को ले जाने और कार्बन डाइऑक्साइड को ले जाने का कार्य करता है यह एक प्रकार से ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन करता है और रक्त में यह कार्य हीमोग्लोबिन द्वारा किया जाता है
  • रक्त शरीर से उत्सर्जित पदार्थों का भी परिवहन करता है और इन उत्सर्जित पदार्थों को वकृक(kidney) तक पहुंचाने का कार्य करता है

function of blood related FAQ

वाइट ब्लड का दूसरा नाम क्या है?

व्हाइट ब्लड का दूसरा नाम ल्यूकोसाइट है।

सबसे बड़ी WBC कौन सी है?

सबसे बड़ी  WBC Monocyte (मोनोसाइट) है।

RBC कम होने से क्या होता है?

RBC कम होने से  एनीमिया नामक बीमारी हो जाती है।

RBC का मतलब क्या है?

RBC का मतलब Red Blood Cells (लाल रक्त कणिका) होता है।

WBC का अर्थ क्या है?

WBC का अर्थ White Blood Cells (सफेद रक्त कणिका) होता है। 

तो दोस्तों मुझे आशा है कि आप समझ गए होंगे कि रक्त क्या है और इसके कार्य क्या है तथा रक्त के कितने प्रकार है और blood function कैसे करता है इसके बारे में भी आप जान गए होंगे। और यदि आपको इस ब्लॉक पोस्ट में कोई कमी लगी हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं ताकि हम उसे कमी को पूरा कर सके।

यदि आपको यह पता नहीं है की blood हमारे शरीर में किस प्रकार हृदय द्वारा भेजा जाता है और लाया जाता है तो आपको एक बार यह पोस्ट जरूर पढ़नी चाहिए।

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