आज इस पोस्ट में हम जानेंगे कि pH man kya hota hai और ph स्केल में अम्लीयता और क्षारीयता को किस मान से दर्शाया जाता है एवं हमारे दैनिक जीवन में ph का क्या महत्व है और कुछ महत्वपूर्ण पदार्थों के ph मान को देखेंगे।
ph man kya hota hai
किसी पदार्थ की अम्लीयता और क्षारीयता को प्रदर्शित करने वाली एक संख्या है जोकि ph स्केल में 0 से लेकर 14 के बीच की संख्या होती है और ph स्केल में यह संख्या पदार्थ का ph मान कहलाता है
ph मान सभी पदार्थों के लिए अलग-अलग होता है और इस ph मान से यह पता लगा सकते हैं कि कोई पदार्थ अम्लीय है या क्षारीय है।
pH स्केल (ph scale kise kahate hain)
जिस प्रकार हम तापमान को मापने के लिए थर्मामीटर का उपयोग करते हैं उसी प्रकार अम्ल एवं क्षार की समर्थ्य को मापने के लिए pH स्केल का उपयोग किया जाता है यह स्केल किसी भी विलयन में उपस्थित हाइड्रोजन आयन की सांद्रता को मापता है
pH स्केल की खोज किसने की और कब की थी?
सन् 1909 में सोरेनसन नामक वैज्ञानिक ने pH स्केल की खोज की थी और सोरेनसन वैज्ञानिक का पूरा नाम सॉरेन पेडर लॉरिट्ज़ सॉरेनसेन था
(pH) पीएच मान का सूत्र क्या है
सोरेनसन अनुसार हाइड्रोजन आयनों की सांद्रता के घातांक को pH कहां गया था। अर्थात हाइड्रोजन आयनों की सांद्रता का ऋणात्मक लघुगणक को pH कहां जाता है
pH = -log₁₀[H⁺]
चुंकि विलियन में मुक्त H⁺ आयन नहीं होते हैं इस कारण यह जलयोजित होकर [H₃O⁺] हाइड्रो नियम आयन बनाता है अतः pH का मान निम्न भी होता है।
pH = -log₁₀[H₃O⁺]
अम्ल और क्षार के विलयन का ph कैसे ज्ञात करते हैं?
यदि विलयन में [H⁺] आयनों की सांद्रता जितनी अधिक होंगी उतना ही कम pH का मान होगा। और उदासीन विलयन के लिए pH का मान 7 होता है
उदासीन जल के लिए [H⁺] तथा [OH⁻] आयनों की सांद्रता 1 ⨯ 10⁻⁷ मोल/लीटर होती है तो इसका pH मान निम्न होगा।
pH = -log₁₀[H₃O⁺] के अनुसार
pH = -log₁₀[1 ⨯ 10⁻⁷]
pH = 7log₁₀
pH = 7
इसी प्रकार pH = -log₁₀[H₃O⁺] या हाइड्रो नियम आयन सांद्रता का ऋणात्मक लघुगणक लेकर किसी भी विलयन का ph मान निकाल सकते हैं।
- यदि किसी विलयन का pH मान 7 से कम होता है तो वह विलयन अम्लीय होता है। ( 7 > अम्लीय )
- यदि किसी विलियन का pH मान 7 होता है तो वह विलयन उदासीन होता हैं। ( 7 = उदासीन )
- यदि किसी विलयन का pH मान 7 से अधिक हो और 14 तक हो तो वह विलयन क्षारीय होता है। (7 < क्षारीय (14 तक ) )
अम्ल तथा क्षारों की प्रबलता किस पर निर्भर करती है ?
अम्लो तथा क्षारों की प्रबलता विलयन में उपस्थित H⁺ तथा OH⁻ आयनों की सांद्रता पर निर्भर करती है। किसी विलयन में उपस्थित (H⁺)हाइड्रोजन आयनों की सांद्रता अधिक होती है तो उसे प्रबल अम्ल कहते है। इसी प्रकार किसी विलयन में उपस्थित (OH⁻) हाइड्रोक्सिल आयनों की सांद्रता अधिक होती है तो उसे प्रबल क्षार कहते हैं।
प्रबल अम्ल के उदाहरण
- हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCl)
- क्लोरिक एसिड (HCL0₃)
- सल्फ्यूरिक एसिड (H₂SO₄)
- हाइड्रोब्रोमिक एसिड (HBr)
- नाइट्रिक एसिड ((HNO₃)
प्रबल क्षार के उदाहरण
- सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH)
- लिथियम हाइड्रोक्साइड (LiOH)
- पोटेशियम हाइड्रॉक्साइड (KOH)
- बेरियम हाइड्रोक्साइड (Ba(OH)₂)
- कैल्शियम हाइड्रोक्साइड (Ca (OH)₂)
ph का पूरा नाम क्या है
pH में p शब्द एक जर्मन शब्द पुसांस(potebz) है जोकि शक्ति का सूचक होता है तथा H हाइड्रोजन आयनों को दर्शाता है अतः ph का मतलब हाइड्रोजन की शक्ति है यानी पावर ऑफ हाइड्रोजन।
pH ki full form :- Power of Hydrogen
तो आप समझ गए होंगे कि pH man kya hota hai और pH scale में अम्ल एवं क्षार का पता कैसे लगाया जाता है तो अब हम हमारे दैनिक जीवन में pH का क्या महत्व है यह समझेंगे।
दैनिक जीवन में pH का क्या महत्व है?
यदि हमें अम्लता और क्षारकता की जानकारी है तो हम हमारे दैनिक जीवन में कई समस्याओं का सफलतापूर्वक सामना कर सकते हैं जैसे कि :-
1. पेट में अम्लता
जब हमारे पेट में जठर रस जिसमें हाइड्रोक्लोरिक (HCl) अम्ल होता है यह अधिक मात्रा में बनने लगता है तो हमारे पेट में दर्द व जलन होने लगती है इससे राहत पाने के लिए दुर्बल क्षारकों जैसे [(Mg(OH)₂)] मिल्क ऑफ मैग्नीशिया का प्रयोग किया जाता है जिससे यह पेट में अम्ल की अधिकतम मात्रा को उदासीन कर देता है।
2. कीटों का डंक
मधुमक्खी , चिट्टियां और मकोड़े जैसे किसी भी कीट के डंक से अम्ल का स्त्राव होता है जोकि हमारी त्वचा के संपर्क में आने पर या फिर त्वचा के अंदर जाने पर हमें उस जगह पर जलन व दर्द होता है यदि उसी समय क्षारीय लवणों जैसे (NaHCO₃) सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट का उपयोग उसी स्थान पर किया जाए जहां पर कीट द्वारा डंक मारा गया है तो अम्ल का प्रभाव उदासीन हो जाएगा।
3. मृदा की pH
हम मृदा की pH का मान ज्ञात करके यह पता लगा सकते हैं कि इस मिट्टी में किस प्रकार की फसल बोयी जा सकती है जिससे हम अच्छी फसल का चयन कर सकते हैं और इससे उपयुक्त उर्वरक का उपयोग निर्धारित किया जा सकता है जिससे अच्छी फसल की प्राप्ति हो सके।
4. दंत क्षय
हमारे मुंह के अंदर का pH ज्यादातर 6.5 के करीब होता है लेकिन खाना खाने के बाद मुंह में उपस्थित बैक्टीरिया दांतों में लगे अवशिष्ट भोजन से क्रिया करके अम्ल बनाते हैं जिसके कारण मुंह के अंदर का pH मान कम हो जाता है और यदि मुंह के अंदर का pH मान 5.5 से कम हो तो दातों के इनेमल का क्षय होने लगता है इसीलिए हमें भोजन के बाद दंत मंजन करना चाहिए या फिर क्षारीय विलयन से दांतो की सफाई करनी चाहिए ताकि दंतक्षय पर नियंत्रण किया जा सके।
5. अम्लीय वर्षा
वर्षा के जल को शुद्ध माना जाता है लेकिन आजकल प्रदूषण बहुत अधिक होने के कारण वर्षा के जल का pH मान कम होने लगा है इस प्रकार की कम pH वाली वर्षा को अम्लीय वर्षा कहते हैं यह अम्लीय वर्षा का जल खेतों की मिट्टी की गुणवत्ता को कम करता हैं और इस अम्लीय वर्षा से मनुष्य भी प्रभावित होता है इस अम्लीय वर्षा को कम करने के लिए प्रदूषण पर नियंत्रण करना जरूरी है यदि प्रदूषण पर नियंत्रण किया जाता है तो अम्लीय वर्षा में भी नियंत्रण होगा।
कुछ महत्वपूर्ण pH मान
1. नमक का पीएच मान कितना होता है?
उत्तर: नमक का पीएच मान 7 होता है जो कि उदासीन है।
2. नींबू का पीएच मान कितना होता है?
उत्तर: नींबू का पीएच मान लगभग 2 से 3 के बीच का होता है जोकि अम्लीय होता है।
3. टमाटर का पीएच मान कितना होता है?
उत्तर: टमाटर का पीएच मान 4.0 से 4.5 के बीच का होता है जोकि अम्लीय है।
4. खाने का सोडा का पीएच मान कितना होता है?
उत्तर: खाने का सोडा का पीएच मान 8.3 से 8.4 के बीच का होता है जोकि क्षारीय होता है।
5. रक्त का ph मान कितना होता है?
उत्तर: रक्त का ph मान 7.35 से 7.45 के बीच का होता है जो की क्षारीय है।
6. जल का पीएच मान कितना होता है?
उत्तर: जल का पीएच मान 7 होता है जोकि उदासीन है।
आप इन सभी का pH man kya hota hai यह याद कर ले क्योंकि ज्यादातर इनका ही pH मान पूछा जाता है और यदि आपका pH से संबंधित कोई सवाल हो तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
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